बिलासपुर। हाईकोर्ट के ऑडिटोरियम में न्यायिक अधिकारियों को आईपैड प्रदान किया गया। साथ ही साइबर क्राइम व डिजिटल एविडेंस विषय पर एक संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया।चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने प्रतिभागी न्यायिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि न्यायिक अधिकारियों को उच्च क्षमता का आईपैड प्रदान किया जाना उनकी तकनीकी दक्षता व उत्कृष्टता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं और यह डिजिटल युग में न्यायपालिका को सशक्त बनाने के हमारे सामूहिक प्रयास का प्रमाण है।
चीफ जस्टिस ने कहा कि तकनीकी प्रगति की बहुत तेजी से बदलती दुनिया में हम ऐसे मो? पर खड़े हैं, जहां कानून और तकनीकी एक दूसरे से जुड़े गए हैं। इस तकनीकी प्रगति ने जीवन के हर पहलू में आमूलचूल परिवर्तन लाया है। इसमें विधि व न्याय को समझना और लागू करना भी शामिल है। हमारा यह दायित्व है कि हम तकनीकी व डिजिटल संशाधनों से सुसज्जित रहें और तकनीकी क्षमता का दोहन करते हुए लोगों को न्याय सुलभ कराएं। उन्होंने कहा कि तकनीकी के माध्यम से ई- अदालत एवं डिजिटल केस प्रबंधन का बदलाव हमने देखा है जिससे हमारी गति व दक्षता बढ़ी है और लोगों की पहुंच न्याय तक बढ़ी है। पहले लाइब्रेरी में किताबों में कानून खोजना पड़ता था परन्तु आज तकनीकी के दौर में डिजिटल डाटा बेस एक क्लिक पर उपलब्ध है। इस प्रगति ने न केवल समय बचाया है बल्कि कानूनी अनुसंधान के क्षितिज को भी व्यापक बनाया है जिससे यह और अधिक समावेशी हो गया है।